Monday, March 13, 2017

शिक्षा विभाग

*🌹🌞☕सुप्रभात☕🌞🌹*

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*होली की हर्षित बेला पर,*
*खुशियां     मिले     अपार |*
*यश,कीर्ति, सम्मान     मिले,*
*और      बढे        सत्कार ||*
       *शुभ-शुभ रहे हर दिन हर पल,*
        *शुभ-शुभ     रहे       विचार |*
        *उत्साह.   बढे  चित चेतन में*,
        *निर्मल      रहे        आचार ||*
*सफलतायें नित  नयी मिले,*
*बधाई                बारम्बार |*
*मंगलमय हो काज  आपके,*
*सुखी       रहे      परिवार ||*

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*आप सभी को सपरिवार होली की ढेर सारी  हार्दिक शुभकामनाएँ ।*

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*बीटेक की आधी सीटों पर शकुन्तला विवि और बाकी पर एसईई से होगा दाखिला*

*बीटेक की 50 फीसदी सीटों पर विवि की होने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए 15 मई तक जमा होंगे फार्म*

*पॉलीटेक्निक छात्रों को भी सीधे बीटेक द्वितीय वर्ष में मिलेगा दाखिला*

लखनऊ। निज संवाददाता इंजीनियरिंग कोर्स की 50 फीसदी सीटों पर डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला करेगा। बाकी आधी सीटें एसईई के जरिए भारी जाएंगी। साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने पॉलीटेक्निक डिप्लोमा प्राप्त छात्र-छात्राओं को सीधे द्वितीय वर्ष में दाखिला देने का फैसला किया है। दाखिले के लिए 15 मई तक आवेदन किया जा सकता है। प्रत्येक कोर्स की 50 सीटें दिव्यांगों के लिए आरक्षित होंगी। चार वर्षीय बीटेक कोर्सों में दाखिले के लिए आवेदन फार्म मिलने शुरु हो गए हैं। फार्म ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों ही माध्यम से अभ्यर्थी भर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा के लिए ऑन लाइन आवेदन फार्म भरने के लिए अभ्यर्थी को विवि की वेबसाइट dsmnru.up.nic.in पर लॉगइन करना होगा। कोर्स की समन्वयक डॉ. विनोदनी कटियार ने बताया कि ऑफ लाइन आवेदन करने वाले अभ्यर्थी वेबसाइट से भी आवेदन फार्म डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही विवि में भी काउंटर से फार्म प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रवेश परीक्षा जून के पहले सप्ताह में होगी। सामान्य वर्ग के लिए आवेदन फार्म का शुल्क 1000 रुपए और दिव्यांगजनों के लिए 500 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। हर कोर्स के प्रत्येक सेमेस्टर की फीस 42 हजार रुपए रखी गई है। बीटेक की सभी शाखाओं में दाखिले के लिए साइंस वर्ग से 12वीं पास होना जरुरी है।

*पांच कोर्स के नाम*

सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर साइंस कोर्स संचालित हैं। डॉ. विनोदनी ने बताया कि प्रत्येक शाखा में 60-60 सीटें निर्धारित हैं। इसमें से आधी पर राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) से दाखिले होंगे। शेष 150 सीटों पर विवि की प्रवेश परीक्षा से दाखिले होंगे।

*पॉलीटेक्निक डिप्लोमा धारक सीधे पाएंगे दाखिला*

डॉ. विनोदनी कटियार ने बताया कि चार वर्षीय बीटेक कोर्सो में पॉलीटेक्निक डिप्लोमा धारक को सीधे दाखिला मिलेगा। ऐसे अभ्यर्थी बीटेक कोर्स के द्वितीय वर्ष में दाखिला पाएंगे। इसके लिए उन्हें सम्बन्धित शाखा में डिप्लोमा प्राप्त होना चाहिए। द्वितीय वर्ष में रिक्त सीटों पर ही दाखिला दिया जाएगा। दाखिले के लिए आवेदन करने की अन्तिम तिथि 15 मई है।

*बुक स्टालों पर भी आवेदन उपलब्ध*

विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए प्रदेश के कई जिलों में आवेदन फार्म बुल स्टॉलों पर उपलब्ध कराएं हैं। इनमें लखनऊ, रायबरेली, वाराणासी, गोंडा और कानपुर शामिल हैं।

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*यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद हो सकती है आईटीआई सेमेस्टर परीक्षा*

लखनऊ। निज संवाददाताआईटीआई की फरवरी में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा यूपी बोर्ड की परीक्षा के बाद होने की उम्मीद है। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद ने इस संबंध में नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) से बोर्ड परीक्षा के बाद सेमेस्टर परीक्षा कराने का आग्रह किया है। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू होकर 21 अप्रैल तक चलेंगी। परिषद के संयुक्त निदेशक भगवत दयाल ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षा का केन्द्र इंटर कॉलेजों में बनाया जाता है और वहीं के स्टॉफ परीक्षा कराते हैं। बोर्ड परीक्षा होने के कारण इंटर कॉलेज केन्द्र बनाने पर सहमत नहीं होंगे। इसको देखते हुए एनसीवीटी से सेमेस्टर परीक्षा बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के बाद कराने के लिए कहा गया है। अब अन्तिम निर्णय एनसीवीटी को लेना है। उन्होंने बताया कि अब तक परीक्षा का कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि परीक्षा 22 अप्रैल के बाद ही होगी। गौरतलब है कि सेमेस्टर परीक्षा फरवरी में होनी थी, जिसका कार्यक्रम जारी कर दिया गया था। लेकिन विधान सभा चुनाव होने के कारण यूपी में परीक्षा को टाल दिया गया। इस परीक्षा में दो लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं।अप्रेंटिस की परीक्षा 18 अप्रैल सेसंयुक्त निदेशक ने बताया कि आईटीआई कर चुके छात्रों के अप्रेंटिस की परीक्षा 18 अप्रैल से होगी। यह परीक्षा करीब 5 दिनों तक चलेगी। इसमें पूरे प्रदेश से करीब 12 हजार छात्र शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस बार नवम्बर व अप्रैल में होने वाली अपरेंटिस की परीक्षा साथ में हो रही है। वहीं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत आईटीआई कर रहे छात्रों की बैक पेपर की परीक्षा 20 मार्च से होगी और 25 तक चलेगी। इसमें दो 15 सौ छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है। एक साथ हो सकती है दोनो सेमेस्टर परीक्षापरिषद सूत्रों ने बताया कि आईटीआई की सम सेमेस्टर परीक्षाएं जुलाई महीने में होनी है। वहीं विषम सेमेस्टर परीक्षा 22 अप्रैल के बाद ही होने की उम्मीद है। ऐसे में यह हो सकता है कि विषम व सम सेमेस्टर परीक्षा दोनों एक साथ हो।



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*राज्य विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा 20 मार्च से*

इलाहाबाद हिन्दुस्तान टीम
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय से सम्बद्ध समस्त महाविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक की परीक्षा 20 मार्च से शुरू होगी। 321 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा दो पालियों में सम्पंन कराई जाएगी। सुबह सात से 10 बजे पहली पाली और तीन बजे से शाम छह बजे तक दूसरी पाली में परीक्षा होगी। परीक्षा कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
कुलसचिव संजय कुमार ने बताया कि परीक्षा सम्बंधी गोपनीय कार्यों के लिए नोडल केंद्र बनाए गए केवल अनुदानित, राजकीय एवं कतिपय स्ववित्तपोषित महाविद्यालय तथा महिला महा विद्यालयों की परीक्षाएं स्वकेंद्र व्यवस्था के अंतर्गत होंगी। शेष सहशिक्षा के अंतर्गत संचालित महाविद्यालयों के परीक्षार्थियों की परीक्षाएं दूसरे केंद्रों पर कराई जाएगी। विद्यार्थियों को 15 मार्च से सम्बंधित महाविद्यालय से प्रवेश पत्र वितरित किया जाएगा।


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*आयोग ने मायावती के EVM छेड़छाड़ के आरोपों को किया खारिज*

नई दिल्ली,चुनाव आयोग ने ईवीएम से छेड़छाड़ करने के मायावती के आरोपों को खारिज किया। कहा यह आज तक सिद्ध नहीं होने पाया है कि छेड़छाड़ हो सकती है जबकि कई बार इसके लिये मौके दिये गये हैं। आयोग ने जवाब मायावती के पत्र के बाद शनिवार शाम को दिया।
आयोग ने हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला दिया है जिनमें मशीनों के फूलप्रूफ पाया गया है। आयोग ने कहा चुनाव से पूर्व हर पोलिंग बूथ पर मशीन को 50 वोट डलवा कर अभ्यास किया जाता है जिसके बाद मशीन को सील किया जाता है जिस पर चुनावी दलों के प्रतिनिधियों के साइन होते हैं। आयोग 2000 से मशीनों के जरिये चुनाव करवा रहा है।
आयोग ने यह भी कहा मशीन में माइक्रो चिप को हमेशा के लिये बर्न कर दिया जाता है जिसे निकाला नहीं जा सकता। जवाब में आयोग ने यह भी कहा है कि बैलट यूनिट व कंट्रोल यूनिट में डिजिटल डायनेमिक कोडिंग का फीचर 2006 में जोड़ा गया है जिससे हर वोट का रियल टाइम व डेट रिकार्ड होती है। मशीन बिल्कुल फूलप्रूफ है।

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*सर्विसबुक गायब हुई तो खंड शिक्षाधिकारी पर दर्ज होगी एफआईआर*

मैनपुरी, हिन्दुस्तान संवाद
परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की सर्विसबुक गायब मामले को बीएसए ने गंभीरता से लिया है। बीएसए ने इस संबंध में कड़े निर्देश जारी किए हैं। बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को सभी सर्विसबुक की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। सर्विसबुक न मिलने की स्थिति में एफआईआर कराने की चेतावनी दी है।
जनपद के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत लगभग 200 शिक्षकों की सर्विसबुक गायब हैं। बीएसए ने जानकारी होने पर सभी खंड शिक्षाधिकारियों से सर्विसबुकों की जांच कर खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय पर रखने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों से एक शपथपत्र भी मांगा है जिसमें बताया जाए कि उनके पास सभी कार्यरत शिक्षकों की सर्विसबुक उपलब्ध है। बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि एक सप्ताह में सभी शिक्षकों की सर्विसबुक दुरुस्त न मिलीं तो संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को दोषी मानते हुए एफआईआर कराई जाएगी।

*पूर्व में एक शिक्षक से मिलीं थीं 7 सर्विसबुक*

मैनपुरी। चार दिन पूर्व बीएसए कार्यालय में ही कुरावली विकास खंड का एक शिक्षक अजयवीर सिंह 7 शिक्षकों की सर्विसबुक के साथ पकड़ा गया था। बीएसए ने इस शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है।

*दर्जनों शिक्षक अपने घरों पर रखे हैं सर्विसबुक*

मैनपुरी। सर्विसबुक एक गोपनीय अभिलेख है। जिसके अनुसार समय-समय पर लेखाविभाग के सहयोग से एरियर, पदोन्नति वेतनमान व अन्य देयकों का भुगतान होता है। सेवा समाप्ति पर भी सर्विसबुक के अनुसार ही जीपीएफ व पेंशन प्रकरण जारी होते हैं। लेकिन बीएसए ने जांच में पाया है कि कई शिक्षक अपने घरों पर ही सर्विसबुक रखे हुए हैं। खंड शिक्षाधिकारियों ने ऐसे शिक्षकों को नोटिस जारी किया है। बीएसए ने ऐसे शिक्षकों का वेतन रोकने के भी निर्देश दिए हैं।


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*15 मार्च से बीबीएयू और शकुन्तला विवि में होगी पढ़ाई*

लखनऊ। निज संवाददाताबाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय और डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में 14 मार्च तक होली की छुट्टी रहेगी। दोनों ही विश्वविद्यालय में 15 मार्च से पढ़ाई शुरु होगी। दूसरी ओर डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की प्रवक्ता डॉ. अलका सिंह ने बताया कि विवि 14 मार्च को खुल जाएगा, लेकिन कक्षाएं 15 मार्च से चलेंगी। इसके साथ छात्रों का प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन शुरु हो जाएगा।


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*अगले शैक्षिक सत्र में लविवि का होगा नया पीएचडी आर्डिनेश*

लखनऊ। निज संवाददाताशैक्षिक सत्र 2017-18 में पीएचडी दाखिले नए पीएचडी आर्डिनेशन से होंगे। पुराने आर्डिनेशन बदलाव के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारी शुरु कर दी है। ऐसा राजभवन के निर्देश पर किया जा रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षिक सत्र 2016-17 में दाखिले के लिए बनाए गए नए पीएचडी ऑर्डिनेंस पर राजभवन ने कड़ी आपत्ति की थी। विश्वविद्यालय के शैक्षिक 2016-17 में जिस पीएचडी आर्डिनेशन पर दाखिले हुए थे। उस पर राजभवन ने आपत्ति के चलते करीब दो माह तक अपनी मंजूरी नहीं दी थी। कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने राजभवन को ऑर्डिनेंस में बदलाव करने की बात लिखकर दी। इसके बाद ही राजभवन ने दाखिले के लिए अनुमति प्रदान की। बताया जाता है कि विवि ने अपने 2016-17 ऑर्डिनेंस में जेआरएफ पास उत्तीर्ण छात्र को साक्षात्कार में 20 अंक अतिरिक्त दिया था। इसी पर कई छात्रों ने आपत्ति उठाते हुए कुलाधिपति (राज्यपाल) के यहां शिकायत दर्ज की थी। जिस पर राजभवन ने लविवि से जवाब मांगा था। लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन अब राजभवन के निर्देश पर 2017-18 में होने वाले पीएचडी दाखिले के लिए नया ऑर्डिनेंस बनाने की तैयारी कर रहा है। इसमें जेआरएफ को 20 अंक अतिरिक्त की व्यवस्था समाप्त किए जाने पर मंथन लविवि प्रशासन कर रहा है। साथ ही नए आर्डिनेशन को बनाते समय लविवि प्रशासन राजभवन की उस आपत्ति पर भी ध्यान रखेंगा। जिसमें राजभवन ने कहा था कि जेआरएफ छात्र को विवि की प्रवेश परीक्षा से लेकर दाखिले तक चार तरह से आरक्षण का लाभ मिलता है।



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*छात्रों के लिए यूजर फ्रेंडली बनी बीबीएयू की प्रवेश परीक्षा वेबसाइट*

*फार्म समिट करने बाद भी त्रुटि में सुधार कर सकेंगा छात्र*

लखनऊ। निज संवाददाताबाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) की प्रवेश परीक्षा वेबसाइट छात्रों के लिए यूजर फ्रेंडली बनी है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि फार्म जमा करने के बाद भी त्रुटि होने की दशा में उसे ठीक कर सकता है। साथ ही फार्म भरते समय छात्र को किसी दूसरे की सहायता की जरुरत नहीं पड़ेगी। बीबीएयू प्रवेश परीक्षा के समन्वयक डॉ. आरए खान ने बताया कि वर्तमान प्रवेश परीक्षा वेबसाइट में कई नए फीचर डाले गए हैं। ऐसा करते समय पिछले वर्षों को अनुभवों को ध्यान में रखते हुए छात्रों की तमाम दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया गया है, ताकि छात्र को आवेदन फार्म भरते समय किसी कठिनाई नहीं हो। बिना किसी के सहयोग के आवेदन फार्म आसानी से भर सकें। डॉ. खान ने बताया कि बीबीएयू की वेबसाइट bbau.ac.in पर छात्र को जाना होगा। वहां पर दिए गए प्रवेश परीक्षा वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करना होगा। वेबसाइट पर जाने के बाद छात्र को किसी से पूछने की जरुरत नहीं है। सभी विकल्प के जरिए छात्र आसानी से कोर्स का विवरण, फीस की जानकारी और प्रवेश परीक्षा सिलेबस इत्यादि की जानकारी उसे उपलब्ध हो जाएगी। आवेदन फार्म भरते समय छात्र को चरणबद्ध तरीके से वेबसाइट खुद ही बताती जाएंगी कि उन्हें सफलता पूर्वक आवेदन कैसे करना है।

*एक साथ करे सकेंगे एक मुश्त कोर्स का चयन व फीस का भुगतान*

डॉ. आरए खान ने बताया कि वेबसाइट में इस बार यह व्यवस्था की गई है कि छात्र एक साथ कई सारे कोर्स चुन सकता है। साथ ही उसके आवेदन की एक मुश्त फीस का भी भुगतान कर सकता

*फार्म समिट करने के बाद भी त्रुटि सुधार हो सकेंगी*

पहली बार वेबसाइट में त्रुटि सुधार की व्यवस्था की गई है। डॉ. आरए खान ने बताया कि छात्र फार्म भर के जमा कर फीस का भुगतान कर चुका है। इसके बाद उसे पता चलता है कि फार्म में त्रुटि है, तो वह अपनी लॉगिन करके फार्म में त्रुटि को सही कर सकता है। साथ ही उसे सेफ कर सकेंगा। केवली फीस भुगतान के बाद कोर्स में छात्र बदलाव नहीं कर सकता है।


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*बीबीएयू में भी बीटेक और एमटेक में दाखिले के लिए आवेदन शुरु*

लखनऊ। निज संवाददाताबाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय में अन्य कोर्सों के साथ ही बीटेक और एमटेक में भी दाखिले की प्रक्रिया शुरु हो गई है। इसमें ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनों ही प्रकार से आवेदन किए जा सकते हैं। ऑफ लाइन आवेदन करने वाले अभ्यर्थी ऑनलाइन फार्म डाउन लोड कर सकते हैं। विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. विपिन सक्सेना ने बताया कि उनके यहां मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग शाखा के बीटेक के कोर्स संचालित हैं। प्रत्येक शाखा में 30-30 सीटें हैं। इसमें दाखिले के लिए 12वीं 50फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण होना जरुरी है। साथ ही एमटेक में कम्प्यूटर साइंस और नैनो अप्टोइलेक्ट्रानिक की पढ़ाई हो रही है। इन कोर्सों में भी 30-30 सीटें रखी गई हैं। दाखिले के लिए सम्बन्धित शाखा में बीटेक 50 फीसदी अंक के साथ होना चाहिए। प्रो. विपिन ने बताया कि बीटेक और एमटेक दोनो ही में दाखिले के लिए आवेदन फार्म उपलब्ध हैं। बीटेक और एमटेक में दाखिले प्रवेश परीक्षा के जरिए ही होंगे।

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 *कल बीआरसी पहुंचेगा प्रश्नपत्र*

संतकबीर नगर : परिषदीय विद्यालयों की परीक्षा 18 मार्च से शुरू होगी। परीक्षा के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। 14 मार्च को डायट से ब्लाकों में प्रश्नपत्र पहुंचेगा। सील बंद प्रश्नपत्र खंड शिक्षाधिकारियों की देख-रेख में विद्यालयों पर पहुंचेगे।

सील बंद प्रश्नपत्र की को¨डग के अनुसार नौ ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारियों को सौंपा। सुचारु रूप से प्रश्नपत्रों का वितरण कराकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बीएसए ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में परीक्षा संपन्न कराई जाएगी। बोर्ड के चार सचल दस्ता विद्यालयों में सघन निरीक्षण करेंगे। ब्लाक में खंड शिक्षाधिकारी जिम्मेदारी निभाएंगे।

प्रथम पाली की परीक्षा 09.30 से 11.30 तथा द्वितीय पाली12.30 से 02.30 तक चलेगी।

परिषदीय विद्यालयों की परीक्षा के लिए अन्य जनपद के डायट से पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे। वे पूरे समय रहकर जनपद में रहकर निगरानी करेंगे।

*नकल विहीन होगी परीक्षा*

परिषदीय विद्यालयों की कक्षा एक से आठ तक की परीक्षा नकल विहीन संपन्न कराई जाएगी। परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की तैनाती रोस्टर के हिसाब से होगी। आसपास के विद्यालयों के शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बनाया जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी पारदर्शिता व निष्पक्षता से कराई जाएगी। कक्षा एक की मौखिक परीक्षा ¨हदी,गणित, अंग्रेजी तीन कार्य दिवस में समाप्त होगी। कक्षा दो व तीन की लिखित व मौखिक परीक्षा भी तीन दिन 18,20 व 21 को दो पाली में होगी। तीन से आठ के बच्चों की सभी विषय की परीक्षा लिखित होगी।

- गजराज यादव

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी


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*चुनाव परिणाम के बाद लखनऊ सचिवालय में फाड़ी गई ढेरों फाइलें*

लखनऊ (राज्य ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव के परिणाम में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी की जीत का परचम बुलंदियों की ओर जा रहा था, दूसरी ओर अधिकारी उसी तेजी से स्याह-सफेद निर्णयों से भरी फाइल फाड़ने में मशगूल थे। सचिवालय व एनेक्सी (मुख्यमंत्री सचिवालय) में कई फाइलें फाड़कर कूड़े के ढेर में फेंकी गई। कुछ को बोरों में भरकर ले जाया गया है।
यूं तो वर्ष 2012 में बसपा को बेदखल कर सपा सत्ता में आई थी, उस समय भी बड़े पैमाने पर सचिवालय में फाइलें फाड़ी गई थीं। अब कल जब विधानसभा चुनाव के परिणाम आने शुरू हुए तब अवकाश के बावजूद सचिवालय व एनेक्सी के कई दफ्तर खोले गए और यहां रखी फाइलों को फाड़-फाड़कर कूड़े के ढेर में फेंका गया।
सतर्कता के साथ फाइलों के टुकड़े किये गये जिससे उनका कोई हिस्सा इस्तेमाल न किया जा सके। सचिवालय के मुख्य भवन की गैलरी में ऐसी ढेरों फाइलों के टुकड़े पड़े रहे। एनेक्सी के पीछे के हिस्से में भी ऐसी फाइलों का ढेर लगा था।

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*नकलमुक्त परीक्षा की बंधी आस*

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : सूबे की सत्ता में परिवर्तन के साथ यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का स्वरूप भी बदलने की उम्मीद जगी है। यूपी बोर्ड की परीक्षा में धांधली व नकल का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई चुनावी सभाओं में किया था। यही कारण है कि सत्ता में परिवर्तन के बाद उसे दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है, क्योंकि पहले भी जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब-तब बोर्ड परीक्षा में खासी कड़ाई बरती गई। वैसी कवायद फिर शुरू हो गई है। नकल माफियाओं पर नकेल लगाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक रविवार को भी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मंत्रणा की।

यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 मार्च से शुरू हो रही है। हाईस्कूल में 122140 व इंटरमीडिएट में 107109 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इलाहाबाद जिले में 509 केंद्रों पर परीक्षा होनी है। इसमें 148 संवेदनशील और 22 अतिसंवेदनशील के रूप में शामिल हैं। ज्यादा गड़बड़ी गंगापार, यमुनापार स्थित संवेदनशील व अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों में होती है। अबकी ऐसा न हो, उसके लिए वहां उड़नदस्ते की विशेष नजर रहेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव का कहना है कि नकल करने व कराने वालों से कड़ाई से निपटेंगे।

*15 को होगी समीक्षा*

इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की परीक्षा नकलमुक्त कराने के लिए 15 मार्च को समीक्षा बैठक बुलाई गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में उड़नदस्ते में शामिल अधिकारी व शिक्षक शामिल होंगे। इसमें कहां कब और कैसे छापामारी करनी है उसे अंतिम रूप दिया जाएगा।

*15 से 30 मिनट में देंगे दस्तक*

इलाहाबाद : नकल रोकने के लिए अधिकारी कितना गंभीर हैं, उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर परीक्षा केंद्र में 15 से 30 मिनट के बीच उड़नदस्ते की टीम दस्तक देगी। परीक्षा शुरू होने से पहले कक्ष की गहन जांच होगी। गेट पर परीक्षार्थियों की जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।

*सुरक्षा व्यवस्था रहेगी चुनौती*

इलाहाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा को लेकर रहती है। हर बार परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों का अभाव रहता है। स्थिति यह है कि संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर भी सिपाहियों की तैनाती नहीं होती। कुछ जगह एक-दो होमगार्ड के जवान लगे रहते हैं। जो नकल रोकने की जहमत करने के बजाय सिर्फ समय काटते हैं। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम नकल होती है। वहीं नकल रोकने वाले शिक्षकों के साथ मारपीट भी होती है। वर्ष 2014 में 34, 2015 में 23 और 2016 में 37 शिक्षकों के साथ मारपीट व धमकी देने की घटनाएं हुई हैं। अधिकतर ने संबंधित थाना पर उसकी शिकायत भी की, परंतु आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते शिक्षकों में भय व्याप्त है। शिक्षक नेता डॉ. शैलेश पांडेय पुलिस, प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन देकर सुरक्षा की मांग कर चुके हैं।

बोर्ड परीक्षा पूरी तरह से नकलमुक्त होगी, हम जमीनीस्तर पर उसकी तैयारी कर चुके हैं। नकल करने व कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। रही बात सुरक्षा देने की तो उसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को इसके लिए अवगत कराया जा चुका है।

-कोमल यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक


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*टीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों ने सांसद को सौंपा ज्ञापन*

फैजाबाद । टीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश के अनुपालन की मांग को लेकर भाजपा सांसद लल्लू सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि टीईटी उतीर्ण बीएड अभ्यर्थियों के सभी विधिक और राज्य स्तरीय मामलों की जानकारी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या को पहले ही दी जा चुकी है। हम नवनिर्वाचित सरकार से न्याय की अपेक्षा करते हुए योग्यता बनाम अयोग्यता की विधिक कार्यवाहियों में योग्यता को पहचान कर सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुपालन की मांग करते हैं। प्रतिनिधि मण्डल में शिवम पाण्डेय, अतुल पाठक, ओम प्रकाश श्रीवास्तव,मो. मुस्ताक, शैलेन्द्र तिवारी, ए.के. श्रीवास्तव, आलोक गुप्ता, प्रेमनाथ यादव, पवन कृष्ण श्रीवास्तव, मोतीलाल यादव, विश्राम यादव, एजाज अहमद, अजय यादव,शबनम, प्रियंका श्रीवास्तव, संध्या मौर्य, पूनम त्रिपाठी,राजेश तिवारी आदि शामिल थे।

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*13 मार्च से सेविंग अकाउंट से पैसे निकालने की लिमिट होगी समाप्त*

नई दिल्ली, एजेंसी नोटबंदी के बाद बचत खाताधारकों के लिए सबसे राहत वाली खबर आई है। वे 13 मार्च से अपने खातों से मनचाही राशि निकाल सकेंगे। साथ ही नोटबंदी के बाद विभिन्न खातों से निकासी पर लगी सभी प्रकार की सीमाएं समाप्त हो जाएंगी।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 8 फरवरी को चालू वित्त वर्ष की अंतिम द्विमासिक समीक्षा पेश करते हुए इसकी घोषणा की थी। उस समय बचत खातों से निकासी की साप्ताहिक अधिकतम सीमा 24 हजार थी, जिसे 20 फरवरी से 50 हजार रुपये किया गया था। चालू खातों, ओवरड्राफ्ट और कैश क्रेडिट खातों से निकासी की सीमा 30 जनवरी को ही समाप्त कर दी गई थी। साथ ही एक फरवरी से एटीएम से निकासी की सीमा भी समाप्त हो गई थी, लेकिन बचत खातों पर साप्ताहिक निकासी की सीमा बरकरार रहने से ऐसे खाताधारकों के लिए एटीएम से पैसे निकालने पर सीमा जारी है।

नोटबंदी के बाद आरबीआई ने पर्याप्त मात्र में नए नोट बैंकों तथा एटीएम में पहुंचने से पहले नकद निकासी की सीमा तय कर दी थी। जैसे-जैसे नए नोटों की आपूर्ति और अर्थव्यवस्था में उनका प्रचलन बढ़ता जा रहा है, आरबीआई नकद निकासी पर लगी सीमाओं में ढील देता जा रहा है, जबकि 13 मार्च से इन्हें पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। हालांकि इसके बावजूद बैंकों को अपनी ओर से एटीएम से पैसे निकालने की सीमा तय करने का अधिकार दिया गया है।

*राहत*

चालू खातों, ओवरड्राफ्ट, कैश क्रेडिट खातों से निकासी की सीमा 30 जनवरी को ही समाप्त कर दी गई थीअब खाताधारकों को मनचाही राशि निकालने की छूट मिलेगी

*कश्मीर में 37.20 लाख के पुराने नोट बरामद*

मध्य कश्मीर में बडगाम जिले के मझामा रेलवे स्टेशन पर शनिवार को 37.20 लाख के पुराने नोट और कुछ सोने के आभूषण बरामद किए गए। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। तलाशी के दौरान पुलिस ने इनके पास से 500 और 1000 के 37.20 लाख पुराने नोट बरामद किए। देश में नोटबंदी के बाद घाटी में यह पहली बरामदगी है। पुलिस जांच कर रही है।


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*शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए जावडेकर से होगी की मांग*

इलाहाबाद : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षकों का पद लंबे समय से खाली है। प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर व लेक्चरर पदों पर जल्द विज्ञापन निकालकर भर्ती की मांग जोर पकड़ने लगी है। इसके तहत 18 मार्च को प्रमोद शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर से मिलेगा। इसमेंइविवि में खाली पदों को भरने की मांग की जाएगी। प्रमोद शर्मा का कहना है कि इविवि में शिक्षकों के पांच सौ से अधिक पद खाली हैं। इसके चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वहीं नई भर्ती को लेकर इविवि प्रशासन उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिसका खामियाजा विद्यार्थी भुगत रहे हैं। पढ़ाई न होने से उनका भविष्य चौपट हो रहा है। यह दशा सुधारने के लिए मानव संसाधन मंत्री से जल्द उचित कदम उठाने की मांग की जाएगी।


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*केंद्रों में कक्ष निरीक्षकों की और डिमांड*

फैजाबाद: माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा 16 मार्च से शुरू है। पर अभी विभागीय तैयारी पूरी नहीं हो सकी। विभाग ने वैसे तो माध्यमिक विद्यालयों से छह हजार शिक्षकों की तैनाती का दावा किया है लेकिन इन दिनों जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की मांग दिन-ब-दिन बढ़ रही है। कई प्रार्थना पत्र कक्ष निरीक्षकों को बदलने के लिए भी आए हैं। तो कई में विषयवार कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की मांग की गई।

बीते दिनों माध्यमिक स्कूलों के छह हजार व बेसिक शिक्षा परिषद के दो हजार शिक्षकों की बतौर कक्ष निरीक्षक तैनाती का एलान किया गया था पर अभी तक बीएसए की ओर इसका अनुमोदन नहीं हुआ। इस बीच दर्जनों विद्यालय के लोग कक्ष निरीक्षक की तैनाती की मांग कर चुके हैं। एक विद्यालय के प्रबंधक ने बताया कि परिचय पत्र भी नहीं मिला है।


*कक्ष निरीक्षकों की फाइनल सूची जारी*

फैजाबाद: जिला विद्यालय निरीक्षक देवी सहाय तिवारी ने बताया कि कक्ष निरीक्षकों को लेकर जो भी शिकायत है, उसे शीघ्र ही दूर कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि रविवार को फाइनल सूची जारी कर दी गई है। इसमें प्रत्येक केंद्र में पर्याप्त मात्रा में कक्ष निरीक्षक तैनात किए गए हैं। इसे वाट्सएप ग्रुप पर भी डाल दिया गया है।


*15 मार्च के बाद सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल*


नई दिल्ली, एजेंसियां
पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान लगातार तीन पखवाड़े पेट्रोल-डीजल की कीमतों की समीक्षा नहीं होने के बाद 15 मार्च की समीक्षा में आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।

पिछली समीक्षा के समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 55 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा थी जो पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आई बड़ी गिरावट के बाद अब घटकर 52 डॉलर प्रति बैरल के करीब रह गई है।

ऐसे में 15 मार्च को कीमतों की समीक्षा होने तथा पेट्रोल-डीजल की कीमतों में दो से ढ़ाई रुपये प्रति लीटर तक की राहत की उम्मीद है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों की पिछली समीक्षा 15 जनवरी को की गई थी।

इसमें तेल विपणन कंपनियों ने मूल्य वर्धित कर (वैट) छोड़कर 16 जनवरी से पेट्रोल की कीमतें 42 पैसे तथा डीजल के दाम 1.03 रुपये बढ़ाये थे। वैट समेत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 54 पैसे तथा डीजल की 1.20 रुपये प्रति लीटर बढ़ी थी। पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों की समीक्षा हर पखवाड़े की जाती है।

तेल विपणन कंपनियों ने पिछले साल जून, अक्तूबर और दिसंबर में पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में पांच पैसे, छह पैसे, 12 पैसे और 13 पैसे जैसे मामूली बदलाव भी किए थे। लेकिन, 15 जनवरी के बाद अब तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है



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*अब आयोग की भर्तियों की होगी सीबीआई जांच!*

अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद
 प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियाें की सीबीआई जांच की मांग कर रहे प्रतियोगियों में भी उम्मीद जगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कई बार आयोग तथा अन्य संस्थाओं की भर्तियों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा चुके हैं। इतना ही नहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य नेताओं ने छात्रों के आंदोलन की अगुवाई भी की थी। ऐसे में प्रतियोगियों का कहना है कि अब भाजपा के पास कोई बहाना नहीं है और आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच होकर रहेगी।
आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रतियोगी 2013 से आंदोलनरत हैं। इसमें भाजपा नेताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इतना ही नहीं भाजपा तथा एबीवीपी ने प्रतियोगियों के समानांतर आंदोलन भी चलाया। लोकसभा चुनाव की चुनावी सभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच होगी। हालांकि, केंद्र में सरकार बनने के बाद गृहमंत्री तथा भाजपा के अन्य नेता पीछे हट गए।

उनका कहना था कि सीबीआई जांच की संस्तुति प्रदेश सरकार को करनी होगी। प्रदेश सरकार इसकी संस्तुति करती है तो केंद्र सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है। हालांकि इस तर्क के बावजूद भाजपा नेता प्रतियोगियों के आंदोलन में शामिल रहे। विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने एक बार फिर पीसीएस-2015 में एक छात्रा के साथ हुई नाइंसाफी का मुद्दा उठाते हुए सफाई की बात कही थी। ऐसे में प्रतियोगियों में उत्साह है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अवनीश पांडेय आदि कहना है कि अब भाजपा की केंद्र और प्रदेश दोनों जगह सरकार है। इसलिए कोई अड़चन नहीं है। अवनीश का कहना है कि समिति का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर सीबीआई जांच की मांग करेगा।
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*रोजगार के लिए नहीं पड़ेगी गाँव छोड़ने की जरूरत*

नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इन दिनों स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के काम का बीड़ा उठाए हुए हैं। इसी के तहत कपास के पौधे के डंठल से, गेहूं या धान की फसल कटने के बाद बचे पुआल या भूसे से, गन्ने का रस निकालने के बाद बची खोई से, बांस या जंगली घास और खर-पतवारों से सेकेंड जेनेरेशन इथनॉल यहीं बनाने के लिए तेजी से काम शुरू हो गया है। इससे न सिर्फ ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि कच्चे तेल के आयात में खर्च हो रही महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी। इसी सिलसिले में अमर उजाला के संवाददाता शिशिर चौरसिया ने पिछले दिनों नितिन गडकरी से बातचीत की। पेश है इस बातचीत के मुख्य अंश:

प्रश्न- आपने स्वर्च्छ इंधन को बढ़ावा देने के लिए एक नई नीति बनाने की पहल की है। क्या दर्शन है इसके पीछे?

उत्तर- भारत हर साल करीब छह लाख करोड़ रुपये का कच्चा तेल (क्रूड ऑयल) आयात करता है। हमारी सरकार यह सोचती है कि यहीं, देश में ही स्वदेशी विकल्प तैयार हो। हालांकि ऐसा पहले से ही हो रहा है और शीरे से इथनॉल बनाया जा रहा है। लेकिन मुश्किल यह है कि इथनॉल सिर्फ तीन फीसदी ही उपलब्ध है जबकि इसे पेट्रोल में 22 फीसदी तक मिला सकते हैं। आज पेट्रोल में मिश्रण के लिए 19 फीसदी और इथनॉल की जरूरत है। इसलिए हमने सेकेंड जनरेशन के इथनॉल को यहीं बनाने की योजना तैयार की है।

प्रश्न- इसे कहां बनाएंगे?

उत्तर- इसे यहीं, गांवों में बनाएंगे। इसके लिए कपास बीनने के बाद खेत में बचे पौधे के डंठल, गेहूं या धान की फसल कटने के बाद बचे पुआल या भूसे, गन्ने का रस निकालने के बाद बची खोई, बांस या जंगली घास और खर-पतवारों आदि से इथनॉल बनाने के लिए कारखाना लगाया जाएगा। इससे जहां कच्चे तेल के आयात बिल में उल्लेखनीय कमी आएगी, वहीं किसानों की आमदनी का अतिरिक्त जरिया शुरू होगा। हमारा अनुमान है कि इससे गांवों में करीब 25 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा और ग्रामीण इलाकों में डेढ़ से दो हजार नए कारखाने लगेंगे। किसानों को भूसे की अच्छी कीमत मिलेगी तो उनके बच्चों को गांवों में ही रोजगार मिलेगा। आप इतना समझ लीजिए कि यह योजना लागू होती है तो देश के हर गांव में इतना रोजगार मिलेगा कि उन्हें गांव छोड़ कर शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

🌹🌹🌹चलते चलते 🌹🌹🌹


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*कान में लहसुन का कौर डालें और इन समस्याओं से छुटकारा पाएं*


*लहुसन के कौर से कान में हुए इन्फेक्शन से लड़ा जा सकताहै।*

*लहसुन के कौर से कान दर्द से तुरंत आराम मिलता है।*

*लहसुन के कौर से कान में हो रही जलन से मुक्ति मिलती है।*

क्या कभी आपने कान में लहसुन डाला है? शायद ज्यादातर लोग इस घरेलु समाधान से अवगत नहीं है।लेकिन तथ्य यह है कि लहसुन के कौर को कान में डालने से असंख्य लाभ हासिल होते हैं। साथ ही कई किस्म की बीमारियों से भी पार पाना हो तो लहसुन का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन सवाल ये उठता है कि कान में लहसुन का कौर डालने से क्या होता है? आइए जानते हैं।

*कान में दर्द होना*

यदि आपके कान में दर्द है, तो लहसुन के कौर कान में डाले रखने से दर्द में राहत मिलती है। इसके लिए आपको किसी प्रकार की मेहनत करने की जरूरत नहीं है। कान में लहसुन डालने से सबसे पहले कान गर्म होने का एहसास होता है। इसके बाद धीरे धीरे दर्द से राहत मिलती है। ऐसा नहीं है कि आप दवा का इस्तेमाल नहीं कर सकते, लेकिन लहसुन का कोई साइड इफेक्ट या नकारात्म्क प्रभाव नहीं है। लहसुन के कौर वैसे सामान्यतः रात को सोते समय कान में लगाना लाभकारी होता है।

*इन्फेक्शन*

यदि आपके कान में दर्द किसी इन्फेक्शन के कारण है, तो भी लहसुन का एक कौर आपकी मदद कर सकता है। दरअसल इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायर प्रोपर्टीज होते हैं, जो कि इन्फेक्शन में मदद कर सकते हैं। लेकिन हां, आपको यह बताते चलें कि यदि दर्द बहुत ज्यादा है और वजह पता नहीं है, तो बिना देरी किए डाक्टर से संपर्क करें। क्योंकि हो सकता है कि कान में जो दर्द है, वह इन्फेक्शन के कारण न हो। वैसे इन्फेक्शन में भी लहसुन काफी फायदेमंद है।

*फ्लू*

लहसुन खाने में बहुत गर्म होता है। यही कारण है कि तमाम विशेष लहसुन के एक कौर को सर्दियों में प्रत्येक सुबह पानी के साथ खाने को कहते हैं। लेकिन यदि आप लहसुन खाना पसंद नहीं करते जैसा कि सामान्यतः हर कोई नापसंद करता है। इसके पीछेवजह इससे आ रही बदबू है। बहरहाल यदि आप भी इसे खाने से परहेज करते हैं, तो इसे अपने कामन में लगा सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो फ्लू के कारण कई दफा कान में दर्द का एहसास होता है। ऐसेमें आप चाहें तो कान में लहसुन का कौर लगा सकते हैं। इससे जल्द आराम मिलता है। दवाई पर आश्रित रहने की आवश्यकता भी नहीं होती।

*सूजन*

यदि आपके कान में सूजन है, जिस कारण लगातार कान में खुजली हो रही है, तो ऐसी स्थिति में भी कान में कान में लहसुन के कौर का उपयोग किया जा सकताहै। इससे कान की सूजन कम होती है। साथ ही सूजन के कारण कान में आई लालिमा भी कम होती है। खुजलीमें कमी आती है। यदि सूजन के कारण किसी प्रकार की कान में जलन हो, तो उससे भी लहसुन के कौर कारणकमी आती है।

*जर्म्स*

लहसुन में जैसा कि पहले ही जिक्र किया गया है किएंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल प्रोपर्टीज होती हैं। अतः यदि आपके कान में जम्र्स के कारण दर्द हो रहा है, तो लहसुन में मौजूद ये प्रोपर्टीज आपके कान को राहत देने में मददगार साबित हो सकते हैं। वैसे भी लहुसन का एक कौर से आप भविष्य में होने वाली कान की समस्या से भी लड़सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप लहसुन के कौर का उपयोग करते हैं, तो भविष्य में होने वाली कान से संबंधित समस्याओं में गिरावट आती है।

*बेहतरीन तत्व*

लहसुन में कई किस्म के बेहतरीन तत्व है। इसमें विटामिन सी, और बी6, फाइबर, पोटाशियम, कैल्शियम आदि मौजूद है। अतः विशेषज्ञ इसे कान में लगाने के साथ साथ खाने की सलाह भी देते हैं। इसे आप काटकर किसी अन्य मिश्रण के साथ मिलाने की बजाय बेहतर है कि पूरा एक कौर पानी के साथ पीएं।

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