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🔘🔘 *सोमवार*- *13-03-2017* 🔘🔘
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तुझे हम बेवफाई का ये सिला दे जाएंगे।
उम्रभर तेरे गम में खामोश रह जाएंगे।
कसम देकर मेरी राह भूल जाओगी तुम।
हम किसी मोड़ पे मुंतजिर दिख जाएंगे।
जिन चिरागों को जलना नसीब न हुआ।
जुदा होके तेरी यादों से वो जल जाएंगे।
कितना बेबस हुआ जिंदगी में तेरे बिना।
अब चाहकर भी तुमसे न मिल पाएंगे।
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[3/13, 5:52 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*अब आयोग की भर्तियों की होगी सीबीआई जांच!*
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद
Updated Mon, 13 Mar 2017 12:18 AM IST
प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियाें की सीबीआई जांच की मांग कर रहे प्रतियोगियों में भी उम्मीद जगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कई बार आयोग तथा अन्य संस्थाओं की भर्तियों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा चुके हैं। इतना ही नहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य नेताओं ने छात्रों के आंदोलन की अगुवाई भी की थी। ऐसे में प्रतियोगियों का कहना है कि अब भाजपा के पास कोई बहाना नहीं है और आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच होकर रहेगी।
आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रतियोगी 2013 से आंदोलनरत हैं। इसमें भाजपा नेताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इतना ही नहीं भाजपा तथा एबीवीपी ने प्रतियोगियों के समानांतर आंदोलन भी चलाया। लोकसभा चुनाव की चुनावी सभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच होगी। हालांकि, केंद्र में सरकार बनने के बाद गृहमंत्री तथा भाजपा के अन्य नेता पीछे हट गए।
उनका कहना था कि सीबीआई जांच की संस्तुति प्रदेश सरकार को करनी होगी। प्रदेश सरकार इसकी संस्तुति करती है तो केंद्र सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है। हालांकि इस तर्क के बावजूद भाजपा नेता प्रतियोगियों के आंदोलन में शामिल रहे। विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने एक बार फिर पीसीएस-2015 में एक छात्रा के साथ हुई नाइंसाफी का मुद्दा उठाते हुए सफाई की बात कही थी। ऐसे में प्रतियोगियों में उत्साह है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अवनीश पांडेय आदि कहना है कि अब भाजपा की केंद्र और प्रदेश दोनों जगह सरकार है। इसलिए कोई अड़चन नहीं है। अवनीश का कहना है कि समिति का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर सीबीआई जांच की मांग करेगा।
[3/13, 5:59 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद हो सकती है आईटीआई सेमेस्टर परीक्षा*
Updated: 12-03-17 06:22 PM
लखनऊ। निज संवाददाताआईटीआई की फरवरी में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा यूपी बोर्ड की परीक्षा के बाद होने की उम्मीद है। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद ने इस संबंध में नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) से बोर्ड परीक्षा के बाद सेमेस्टर परीक्षा कराने का आग्रह किया है। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू होकर 21 अप्रैल तक चलेंगी। परिषद के संयुक्त निदेशक भगवत दयाल ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षा का केन्द्र इंटर कॉलेजों में बनाया जाता है और वहीं के स्टॉफ परीक्षा कराते हैं। बोर्ड परीक्षा होने के कारण इंटर कॉलेज केन्द्र बनाने पर सहमत नहीं होंगे। इसको देखते हुए एनसीवीटी से सेमेस्टर परीक्षा बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के बाद कराने के लिए कहा गया है। अब अन्तिम निर्णय एनसीवीटी को लेना है। उन्होंने बताया कि अब तक परीक्षा का कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि परीक्षा 22 अप्रैल के बाद ही होगी। गौरतलब है कि सेमेस्टर परीक्षा फरवरी में होनी थी, जिसका कार्यक्रम जारी कर दिया गया था। लेकिन विधान सभा चुनाव होने के कारण यूपी में परीक्षा को टाल दिया गया। इस परीक्षा में दो लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं।अप्रेंटिस की परीक्षा 18 अप्रैल सेसंयुक्त निदेशक ने बताया कि आईटीआई कर चुके छात्रों के अप्रेंटिस की परीक्षा 18 अप्रैल से होगी। यह परीक्षा करीब 5 दिनों तक चलेगी। इसमें पूरे प्रदेश से करीब 12 हजार छात्र शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस बार नवम्बर व अप्रैल में होने वाली अपरेंटिस की परीक्षा साथ में हो रही है। वहीं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत आईटीआई कर रहे छात्रों की बैक पेपर की परीक्षा 20 मार्च से होगी और 25 तक चलेगी। इसमें दो 15 सौ छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है। एक साथ हो सकती है दोनो सेमेस्टर परीक्षापरिषद सूत्रों ने बताया कि आईटीआई की सम सेमेस्टर परीक्षाएं जुलाई महीने में होनी है। वहीं विषम सेमेस्टर परीक्षा 22 अप्रैल के बाद ही होने की उम्मीद है। ऐसे में यह हो सकता है कि विषम व सम सेमेस्टर परीक्षा दोनों एक साथ हो।
[3/13, 6:30 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*15 मार्च से दाखिलों की दौड़ पकड़ेगी रफ्तार*
मेरठ। कार्यालय संवाददाता
Updated: 12-03-17 11:10 PM
स्कूलों में अब दाखिलों की रफ्तार भी तेज होगी। कुछ स्कूलों में 15 के बाद लिस्ट जारी होगी, तो कुछ में 15 मार्च से दाखिले शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा दीवान पब्लिक स्कूल ने प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। वेस्ट एंड रोड स्थित दीवान पब्लिक स्कूल में कक्षा एक में दाखिले के लिए चयनित बच्चों की सूची जारी कर दी गई है। स्कूल में दाखिले होली के बाद 15 मार्च से शुरू होंगे और 21 मार्च तक रहेंगे। अभिभावक नोटिस बोर्ड पर दी गई जानकारी के अनुसार प्रवेश के लिए समय से पहुंचेंगे। इसके अलावा सेंट मेरी एकेडमी में सुपरवाइजर अजय एंथानी के अनुसार 15 मार्च या फिर उसके एक दो दिन बाद सूची जारी की जाएगी। इसके अलावा सोफिया गर्ल्स स्कूल में 24 को या फिर उसके एक दो दिन बाद लिस्ट नोटिस बोर्ड पर लगाई जाएगी। वहीं केएल इंटरनेशनल में भी एक दो दिन में प्रवेश की सूची जारी होने वाली है। कक्षा नर्सरी में दाखिले के लिए चयनित बच्चों की सूची लगेगी। इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय में भी रजिस्ट्रेशन के लिए तिथि बढ़ा दी गई है। केवी पंजाब लाइन के प्रधानाचार्य डॉ. आरके शर्मा ने बताया कि तिथि बढ़ाकर 15 मार्च कर दी गई है। 15 मार्च तक रजिस्ट्रेशन कराए जा सकते हैं। यह पहली कक्षा के लिए किया गया है। माध्यमिक स्कूलों में भी प्रवेश प्रक्रिया जारी माध्यमिक स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया जारी कर दी गई है। प्रवेश प्रक्रिया के लिए सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर दिए हैं।
[3/13, 6:31 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी तेज, रविवार को भी खुला रहा बोर्ड कार्यालय*
मेरठ। कार्यालय संवाददाता
Updated: 12-03-17 11:10 PM
होली के बाद बोर्ड परीक्षाओं में तेजी आएगी। आईसीएसई व सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। वहीं अब 16 मार्च से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होंगी। इस बार बोर्ड परीक्षाओं में छात्र संख्या घटी है। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। रविवार को भी बोर्ड कार्यालय में परीक्षाओं की तैयारी होती रही। इस बार यूपी बोर्ड में छात्रों की संख्या घट गई है और सीबीएसई, आईएससी व आईसीएसई में अभी तक संख्या नहीं आई है। यूपी बोर्ड में मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय से 11 लाख 83 हजार 211 परीक्षार्थी शामिल होंगे। मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय से इस बार दो लाख 35 हजार 786 छात्र कम हो गए हैं। 17 जनपदों में एकदम से लाखों छात्र कम हुए हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा में मेरठ जनपद में भी छात्र-छात्राओं की संख्या घट गई है। मेरठ मंडल में तीन लाख 20 हजार 411 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। इस बार 16 हजार 782 परीक्षार्थी कम हुए हैं। वहीं मेरठ जनपद से 96 हजार 491 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जबकि पिछली बार एक लाख 2 हजार 656 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस बार छह हजार एक सौ 65 परीक्षार्थी कम हो गए हैं।
[3/13, 6:34 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*आधार नहीं तो नहीं खा सकेंगे मिड-डे मील*
अलीगढ़। कार्यालय संवाददाता
Updated: 11-03-17 10:13 PM
अगले सत्र से अगर आधार कार्ड नहीं होगा तो परिषदीय स्कूलों के बच्चे मिड-डे मील नहीं खा सकेंगे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के नौनिहालों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए केन्द्र सरकार ने अनूठी पहल की है। हालांकि इसकी जिम्मेदारी सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सौंप दी गई है, लेकिन अगर कोई छात्र जुलाई से पहले आधार कार्ड नहीं बनवाता है, तो उसे मिड-डे मील योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद के जिले में 2700 विद्यालय हैं। जिनमें 1700 प्राथमिक और लगभग 700 जूनियर हाईस्कूल में 1.47 लाख छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं। बेसिक शिक्षा परिषद का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर समाज का अभिन्न अंग बनाना है। इसके लिए तमाम योजनाएं चलाई जाती हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार की प्रदेश सरकार के सहयोग से चलने वाली मिड-डे मील योजना बच्चों की सेहत के लिए एक प्राथमिकता वाली योजना है। जिसके लिए भारी बजट भी दिया जाता है। लेकिन अब जहां हर क्षेत्र में आधार कार्ड की आवश्यकता है, वहीं केन्द्र सरकार ने बच्चों को भी आधार कार्ड के माध्यम से मुख्य धारा में जोड़ने की अनूठी पहल की है। इस बार से परिषदीय स्कूलों का सत्र शुरू होने तक सभी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के लिए आधार कार्ड बनवाना आवश्यक कर दिया गया है। इसके लिए केन्द्र सरकार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी है। बीएसए धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि परिषद की ओर से बच्चों के आधार कार्ड संबंधी निर्देश आ चुके हैं। जुलाई तक कोशिश की जाएगी कि सभी पंजीकृत बच्चों का आधार कार्ड बनवा दिया जाए।
[3/13, 6:37 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*नकलमुक्त परीक्षा की बंधी आस*
By Jagran Publish Date:Sun, 12 Mar 2017 07:14 PM (IST)
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : सूबे की सत्ता में परिवर्तन के साथ यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का स्वरूप भी बदलने की उम्मीद जगी है। यूपी बोर्ड की परीक्षा में धांधली व नकल का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई चुनावी सभाओं में किया था। यही कारण है कि सत्ता में परिवर्तन के बाद उसे दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है, क्योंकि पहले भी जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब-तब बोर्ड परीक्षा में खासी कड़ाई बरती गई। वैसी कवायद फिर शुरू हो गई है। नकल माफियाओं पर नकेल लगाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक रविवार को भी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मंत्रणा की।
यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 मार्च से शुरू हो रही है। हाईस्कूल में 122140 व इंटरमीडिएट में 107109 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इलाहाबाद जिले में 509 केंद्रों पर परीक्षा होनी है। इसमें 148 संवेदनशील और 22 अतिसंवेदनशील के रूप में शामिल हैं। ज्यादा गड़बड़ी गंगापार, यमुनापार स्थित संवेदनशील व अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों में होती है। अबकी ऐसा न हो, उसके लिए वहां उड़नदस्ते की विशेष नजर रहेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव का कहना है कि नकल करने व कराने वालों से कड़ाई से निपटेंगे।
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15 को होगी समीक्षा
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की परीक्षा नकलमुक्त कराने के लिए 15 मार्च को समीक्षा बैठक बुलाई गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में उड़नदस्ते में शामिल अधिकारी व शिक्षक शामिल होंगे। इसमें कहां कब और कैसे छापामारी करनी है उसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
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15 से 30 मिनट में देंगे दस्तक
इलाहाबाद : नकल रोकने के लिए अधिकारी कितना गंभीर हैं, उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर परीक्षा केंद्र में 15 से 30 मिनट के बीच उड़नदस्ते की टीम दस्तक देगी। परीक्षा शुरू होने से पहले कक्ष की गहन जांच होगी। गेट पर परीक्षार्थियों की जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
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सुरक्षा व्यवस्था रहेगी चुनौती
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा को लेकर रहती है। हर बार परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों का अभाव रहता है। स्थिति यह है कि संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर भी सिपाहियों की तैनाती नहीं होती। कुछ जगह एक-दो होमगार्ड के जवान लगे रहते हैं। जो नकल रोकने की जहमत करने के बजाय सिर्फ समय काटते हैं। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम नकल होती है। वहीं नकल रोकने वाले शिक्षकों के साथ मारपीट भी होती है। वर्ष 2014 में 34, 2015 में 23 और 2016 में 37 शिक्षकों के साथ मारपीट व धमकी देने की घटनाएं हुई हैं। अधिकतर ने संबंधित थाना पर उसकी शिकायत भी की, परंतु आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते शिक्षकों में भय व्याप्त है। शिक्षक नेता डॉ. शैलेश पांडेय पुलिस, प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन देकर सुरक्षा की मांग कर चुके हैं।
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वर्जन
बोर्ड परीक्षा पूरी तरह से नकलमुक्त होगी, हम जमीनीस्तर पर उसकी तैयारी कर चुके हैं। नकल करने व कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। रही बात सुरक्षा देने की तो उसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को इसके लिए अवगत कराया जा चुका है।
-कोमल यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक
[3/13, 6:41 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*बीटेक की आधी सीटों पर शकुन्तला विवि और बाकी पर एसईई से होगा दाखिला*
Updated: 12-03-17 06:22 PM
-बीटेक की 50 फीसदी सीटों पर विवि की होने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए 15 मई तक जमा होंगे फार्म-पॉलीटेक्निक छात्रों को भी सीधे बीटेक द्वितीय वर्ष में मिलेगा दाखिलालखनऊ। निज संवाददाताइंजीनियरिंग कोर्स की 50 फीसदी सीटों पर डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला करेगा। बाकी आधी सीटें एसईई के जरिए भारी जाएंगी। साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने पॉलीटेक्निक डिप्लोमा प्राप्त छात्र-छात्राओं को सीधे द्वितीय वर्ष में दाखिला देने का फैसला किया है। दाखिले के लिए 15 मई तक आवेदन किया जा सकता है। प्रत्येक कोर्स की 50 सीटें दिव्यांगों के लिए आरक्षित होंगी। चार वर्षीय बीटेक कोर्सों में दाखिले के लिए आवेदन फार्म मिलने शुरु हो गए हैं। फार्म ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों ही माध्यम से अभ्यर्थी भर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा के लिए ऑन लाइन आवेदन फार्म भरने के लिए अभ्यर्थी को विवि की वेबसाइट dsmnru.up.nic.in पर लॉगइन करना होगा। कोर्स की समन्वयक डॉ. विनोदनी कटियार ने बताया कि ऑफ लाइन आवेदन करने वाले अभ्यर्थी वेबसाइट से भी आवेदन फार्म डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही विवि में भी काउंटर से फार्म प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रवेश परीक्षा जून के पहले सप्ताह में होगी। सामान्य वर्ग के लिए आवेदन फार्म का शुल्क 1000 रुपए और दिव्यांगजनों के लिए 500 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। हर कोर्स के प्रत्येक सेमेस्टर की फीस 42 हजार रुपए रखी गई है। बीटेक की सभी शाखाओं में दाखिले के लिए साइंस वर्ग से 12वीं पास होना जरुरी है। ------------------------------------------------------------पांच कोर्स के नाम सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर साइंस कोर्स संचालित हैं। डॉ. विनोदनी ने बताया कि प्रत्येक शाखा में 60-60 सीटें निर्धारित हैं। इसमें से आधी पर राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) से दाखिले होंगे। शेष 150 सीटों पर विवि की प्रवेश परीक्षा से दाखिले होंगे। -----------------------------------------------------------पॉलीटेक्निक डिप्लोमा धारक सीधे पाएंगे दाखिलाडॉ. विनोदनी कटियार ने बताया कि चार वर्षीय बीटेक कोर्सो में पॉलीटेक्निक डिप्लोमा धारक को सीधे दाखिला मिलेगा। ऐसे अभ्यर्थी बीटेक कोर्स के द्वितीय वर्ष में दाखिला पाएंगे। इसके लिए उन्हें सम्बन्धित शाखा में डिप्लोमा प्राप्त होना चाहिए। द्वितीय वर्ष में रिक्त सीटों पर ही दाखिला दिया जाएगा। दाखिले के लिए आवेदन करने की अन्तिम तिथि 15 मई है। ------------------------------------------------------------बुक स्टालों पर भी आवेदन उपलब्ध विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए प्रदेश के कई जिलों में आवेदन फार्म बुल स्टॉलों पर उपलब्ध कराएं हैं। इनमें लखनऊ, रायबरेली, वाराणासी, गोंडा और कानपुर शामिल हैं।
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अब की बारीश से कह दो तुम्हारी यादं साथ बहा कर ले जाये।
लिखता हूॅ जो काग़ज पे वो सारे ज़ज्बात बहा कर ले जाये।
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🔘🔘 *सोमवार*- *13-03-2017* 🔘🔘
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तुझे हम बेवफाई का ये सिला दे जाएंगे।
उम्रभर तेरे गम में खामोश रह जाएंगे।
कसम देकर मेरी राह भूल जाओगी तुम।
हम किसी मोड़ पे मुंतजिर दिख जाएंगे।
जिन चिरागों को जलना नसीब न हुआ।
जुदा होके तेरी यादों से वो जल जाएंगे।
कितना बेबस हुआ जिंदगी में तेरे बिना।
अब चाहकर भी तुमसे न मिल पाएंगे।
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[3/13, 5:52 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*अब आयोग की भर्तियों की होगी सीबीआई जांच!*
अमर उजाला ब्यूरो, इलाहाबाद
Updated Mon, 13 Mar 2017 12:18 AM IST
प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्तियाें की सीबीआई जांच की मांग कर रहे प्रतियोगियों में भी उम्मीद जगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कई बार आयोग तथा अन्य संस्थाओं की भर्तियों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा चुके हैं। इतना ही नहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य नेताओं ने छात्रों के आंदोलन की अगुवाई भी की थी। ऐसे में प्रतियोगियों का कहना है कि अब भाजपा के पास कोई बहाना नहीं है और आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच होकर रहेगी।
आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रतियोगी 2013 से आंदोलनरत हैं। इसमें भाजपा नेताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इतना ही नहीं भाजपा तथा एबीवीपी ने प्रतियोगियों के समानांतर आंदोलन भी चलाया। लोकसभा चुनाव की चुनावी सभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि भाजपा की सरकार बनी तो आयोग की भर्तियों की सीबीआई जांच होगी। हालांकि, केंद्र में सरकार बनने के बाद गृहमंत्री तथा भाजपा के अन्य नेता पीछे हट गए।
उनका कहना था कि सीबीआई जांच की संस्तुति प्रदेश सरकार को करनी होगी। प्रदेश सरकार इसकी संस्तुति करती है तो केंद्र सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है। हालांकि इस तर्क के बावजूद भाजपा नेता प्रतियोगियों के आंदोलन में शामिल रहे। विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने एक बार फिर पीसीएस-2015 में एक छात्रा के साथ हुई नाइंसाफी का मुद्दा उठाते हुए सफाई की बात कही थी। ऐसे में प्रतियोगियों में उत्साह है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अवनीश पांडेय आदि कहना है कि अब भाजपा की केंद्र और प्रदेश दोनों जगह सरकार है। इसलिए कोई अड़चन नहीं है। अवनीश का कहना है कि समिति का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर सीबीआई जांच की मांग करेगा।
[3/13, 5:59 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद हो सकती है आईटीआई सेमेस्टर परीक्षा*
Updated: 12-03-17 06:22 PM
लखनऊ। निज संवाददाताआईटीआई की फरवरी में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा यूपी बोर्ड की परीक्षा के बाद होने की उम्मीद है। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद ने इस संबंध में नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) से बोर्ड परीक्षा के बाद सेमेस्टर परीक्षा कराने का आग्रह किया है। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू होकर 21 अप्रैल तक चलेंगी। परिषद के संयुक्त निदेशक भगवत दयाल ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षा का केन्द्र इंटर कॉलेजों में बनाया जाता है और वहीं के स्टॉफ परीक्षा कराते हैं। बोर्ड परीक्षा होने के कारण इंटर कॉलेज केन्द्र बनाने पर सहमत नहीं होंगे। इसको देखते हुए एनसीवीटी से सेमेस्टर परीक्षा बोर्ड परीक्षा समाप्त होने के बाद कराने के लिए कहा गया है। अब अन्तिम निर्णय एनसीवीटी को लेना है। उन्होंने बताया कि अब तक परीक्षा का कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि परीक्षा 22 अप्रैल के बाद ही होगी। गौरतलब है कि सेमेस्टर परीक्षा फरवरी में होनी थी, जिसका कार्यक्रम जारी कर दिया गया था। लेकिन विधान सभा चुनाव होने के कारण यूपी में परीक्षा को टाल दिया गया। इस परीक्षा में दो लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं।अप्रेंटिस की परीक्षा 18 अप्रैल सेसंयुक्त निदेशक ने बताया कि आईटीआई कर चुके छात्रों के अप्रेंटिस की परीक्षा 18 अप्रैल से होगी। यह परीक्षा करीब 5 दिनों तक चलेगी। इसमें पूरे प्रदेश से करीब 12 हजार छात्र शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि इस बार नवम्बर व अप्रैल में होने वाली अपरेंटिस की परीक्षा साथ में हो रही है। वहीं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत आईटीआई कर रहे छात्रों की बैक पेपर की परीक्षा 20 मार्च से होगी और 25 तक चलेगी। इसमें दो 15 सौ छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है। एक साथ हो सकती है दोनो सेमेस्टर परीक्षापरिषद सूत्रों ने बताया कि आईटीआई की सम सेमेस्टर परीक्षाएं जुलाई महीने में होनी है। वहीं विषम सेमेस्टर परीक्षा 22 अप्रैल के बाद ही होने की उम्मीद है। ऐसे में यह हो सकता है कि विषम व सम सेमेस्टर परीक्षा दोनों एक साथ हो।
[3/13, 6:30 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*15 मार्च से दाखिलों की दौड़ पकड़ेगी रफ्तार*
मेरठ। कार्यालय संवाददाता
Updated: 12-03-17 11:10 PM
स्कूलों में अब दाखिलों की रफ्तार भी तेज होगी। कुछ स्कूलों में 15 के बाद लिस्ट जारी होगी, तो कुछ में 15 मार्च से दाखिले शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा दीवान पब्लिक स्कूल ने प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। वेस्ट एंड रोड स्थित दीवान पब्लिक स्कूल में कक्षा एक में दाखिले के लिए चयनित बच्चों की सूची जारी कर दी गई है। स्कूल में दाखिले होली के बाद 15 मार्च से शुरू होंगे और 21 मार्च तक रहेंगे। अभिभावक नोटिस बोर्ड पर दी गई जानकारी के अनुसार प्रवेश के लिए समय से पहुंचेंगे। इसके अलावा सेंट मेरी एकेडमी में सुपरवाइजर अजय एंथानी के अनुसार 15 मार्च या फिर उसके एक दो दिन बाद सूची जारी की जाएगी। इसके अलावा सोफिया गर्ल्स स्कूल में 24 को या फिर उसके एक दो दिन बाद लिस्ट नोटिस बोर्ड पर लगाई जाएगी। वहीं केएल इंटरनेशनल में भी एक दो दिन में प्रवेश की सूची जारी होने वाली है। कक्षा नर्सरी में दाखिले के लिए चयनित बच्चों की सूची लगेगी। इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय में भी रजिस्ट्रेशन के लिए तिथि बढ़ा दी गई है। केवी पंजाब लाइन के प्रधानाचार्य डॉ. आरके शर्मा ने बताया कि तिथि बढ़ाकर 15 मार्च कर दी गई है। 15 मार्च तक रजिस्ट्रेशन कराए जा सकते हैं। यह पहली कक्षा के लिए किया गया है। माध्यमिक स्कूलों में भी प्रवेश प्रक्रिया जारी माध्यमिक स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया जारी कर दी गई है। प्रवेश प्रक्रिया के लिए सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर दिए हैं।
[3/13, 6:31 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी तेज, रविवार को भी खुला रहा बोर्ड कार्यालय*
मेरठ। कार्यालय संवाददाता
Updated: 12-03-17 11:10 PM
होली के बाद बोर्ड परीक्षाओं में तेजी आएगी। आईसीएसई व सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। वहीं अब 16 मार्च से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होंगी। इस बार बोर्ड परीक्षाओं में छात्र संख्या घटी है। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। रविवार को भी बोर्ड कार्यालय में परीक्षाओं की तैयारी होती रही। इस बार यूपी बोर्ड में छात्रों की संख्या घट गई है और सीबीएसई, आईएससी व आईसीएसई में अभी तक संख्या नहीं आई है। यूपी बोर्ड में मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय से 11 लाख 83 हजार 211 परीक्षार्थी शामिल होंगे। मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय से इस बार दो लाख 35 हजार 786 छात्र कम हो गए हैं। 17 जनपदों में एकदम से लाखों छात्र कम हुए हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा में मेरठ जनपद में भी छात्र-छात्राओं की संख्या घट गई है। मेरठ मंडल में तीन लाख 20 हजार 411 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। इस बार 16 हजार 782 परीक्षार्थी कम हुए हैं। वहीं मेरठ जनपद से 96 हजार 491 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जबकि पिछली बार एक लाख 2 हजार 656 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस बार छह हजार एक सौ 65 परीक्षार्थी कम हो गए हैं।
[3/13, 6:34 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*आधार नहीं तो नहीं खा सकेंगे मिड-डे मील*
अलीगढ़। कार्यालय संवाददाता
Updated: 11-03-17 10:13 PM
अगले सत्र से अगर आधार कार्ड नहीं होगा तो परिषदीय स्कूलों के बच्चे मिड-डे मील नहीं खा सकेंगे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के नौनिहालों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए केन्द्र सरकार ने अनूठी पहल की है। हालांकि इसकी जिम्मेदारी सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सौंप दी गई है, लेकिन अगर कोई छात्र जुलाई से पहले आधार कार्ड नहीं बनवाता है, तो उसे मिड-डे मील योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद के जिले में 2700 विद्यालय हैं। जिनमें 1700 प्राथमिक और लगभग 700 जूनियर हाईस्कूल में 1.47 लाख छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं। बेसिक शिक्षा परिषद का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर समाज का अभिन्न अंग बनाना है। इसके लिए तमाम योजनाएं चलाई जाती हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार की प्रदेश सरकार के सहयोग से चलने वाली मिड-डे मील योजना बच्चों की सेहत के लिए एक प्राथमिकता वाली योजना है। जिसके लिए भारी बजट भी दिया जाता है। लेकिन अब जहां हर क्षेत्र में आधार कार्ड की आवश्यकता है, वहीं केन्द्र सरकार ने बच्चों को भी आधार कार्ड के माध्यम से मुख्य धारा में जोड़ने की अनूठी पहल की है। इस बार से परिषदीय स्कूलों का सत्र शुरू होने तक सभी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के लिए आधार कार्ड बनवाना आवश्यक कर दिया गया है। इसके लिए केन्द्र सरकार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी है। बीएसए धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि परिषद की ओर से बच्चों के आधार कार्ड संबंधी निर्देश आ चुके हैं। जुलाई तक कोशिश की जाएगी कि सभी पंजीकृत बच्चों का आधार कार्ड बनवा दिया जाए।
[3/13, 6:37 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*नकलमुक्त परीक्षा की बंधी आस*
By Jagran Publish Date:Sun, 12 Mar 2017 07:14 PM (IST)
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : सूबे की सत्ता में परिवर्तन के साथ यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का स्वरूप भी बदलने की उम्मीद जगी है। यूपी बोर्ड की परीक्षा में धांधली व नकल का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई चुनावी सभाओं में किया था। यही कारण है कि सत्ता में परिवर्तन के बाद उसे दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है, क्योंकि पहले भी जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब-तब बोर्ड परीक्षा में खासी कड़ाई बरती गई। वैसी कवायद फिर शुरू हो गई है। नकल माफियाओं पर नकेल लगाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक रविवार को भी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मंत्रणा की।
यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 मार्च से शुरू हो रही है। हाईस्कूल में 122140 व इंटरमीडिएट में 107109 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इलाहाबाद जिले में 509 केंद्रों पर परीक्षा होनी है। इसमें 148 संवेदनशील और 22 अतिसंवेदनशील के रूप में शामिल हैं। ज्यादा गड़बड़ी गंगापार, यमुनापार स्थित संवेदनशील व अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों में होती है। अबकी ऐसा न हो, उसके लिए वहां उड़नदस्ते की विशेष नजर रहेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव का कहना है कि नकल करने व कराने वालों से कड़ाई से निपटेंगे।
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15 को होगी समीक्षा
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की परीक्षा नकलमुक्त कराने के लिए 15 मार्च को समीक्षा बैठक बुलाई गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में उड़नदस्ते में शामिल अधिकारी व शिक्षक शामिल होंगे। इसमें कहां कब और कैसे छापामारी करनी है उसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
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15 से 30 मिनट में देंगे दस्तक
इलाहाबाद : नकल रोकने के लिए अधिकारी कितना गंभीर हैं, उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर परीक्षा केंद्र में 15 से 30 मिनट के बीच उड़नदस्ते की टीम दस्तक देगी। परीक्षा शुरू होने से पहले कक्ष की गहन जांच होगी। गेट पर परीक्षार्थियों की जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
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सुरक्षा व्यवस्था रहेगी चुनौती
इलाहाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा को लेकर रहती है। हर बार परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों का अभाव रहता है। स्थिति यह है कि संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर भी सिपाहियों की तैनाती नहीं होती। कुछ जगह एक-दो होमगार्ड के जवान लगे रहते हैं। जो नकल रोकने की जहमत करने के बजाय सिर्फ समय काटते हैं। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम नकल होती है। वहीं नकल रोकने वाले शिक्षकों के साथ मारपीट भी होती है। वर्ष 2014 में 34, 2015 में 23 और 2016 में 37 शिक्षकों के साथ मारपीट व धमकी देने की घटनाएं हुई हैं। अधिकतर ने संबंधित थाना पर उसकी शिकायत भी की, परंतु आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते शिक्षकों में भय व्याप्त है। शिक्षक नेता डॉ. शैलेश पांडेय पुलिस, प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन देकर सुरक्षा की मांग कर चुके हैं।
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वर्जन
बोर्ड परीक्षा पूरी तरह से नकलमुक्त होगी, हम जमीनीस्तर पर उसकी तैयारी कर चुके हैं। नकल करने व कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। रही बात सुरक्षा देने की तो उसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को इसके लिए अवगत कराया जा चुका है।
-कोमल यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक
[3/13, 6:41 AM] ✒अनुज सैनी🇮🇳 🇳 🇪🇼 🇸 🇼🇴🇷🇱🇩✒: -
*बीटेक की आधी सीटों पर शकुन्तला विवि और बाकी पर एसईई से होगा दाखिला*
Updated: 12-03-17 06:22 PM
-बीटेक की 50 फीसदी सीटों पर विवि की होने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए 15 मई तक जमा होंगे फार्म-पॉलीटेक्निक छात्रों को भी सीधे बीटेक द्वितीय वर्ष में मिलेगा दाखिलालखनऊ। निज संवाददाताइंजीनियरिंग कोर्स की 50 फीसदी सीटों पर डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिला करेगा। बाकी आधी सीटें एसईई के जरिए भारी जाएंगी। साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने पॉलीटेक्निक डिप्लोमा प्राप्त छात्र-छात्राओं को सीधे द्वितीय वर्ष में दाखिला देने का फैसला किया है। दाखिले के लिए 15 मई तक आवेदन किया जा सकता है। प्रत्येक कोर्स की 50 सीटें दिव्यांगों के लिए आरक्षित होंगी। चार वर्षीय बीटेक कोर्सों में दाखिले के लिए आवेदन फार्म मिलने शुरु हो गए हैं। फार्म ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों ही माध्यम से अभ्यर्थी भर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा के लिए ऑन लाइन आवेदन फार्म भरने के लिए अभ्यर्थी को विवि की वेबसाइट dsmnru.up.nic.in पर लॉगइन करना होगा। कोर्स की समन्वयक डॉ. विनोदनी कटियार ने बताया कि ऑफ लाइन आवेदन करने वाले अभ्यर्थी वेबसाइट से भी आवेदन फार्म डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही विवि में भी काउंटर से फार्म प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रवेश परीक्षा जून के पहले सप्ताह में होगी। सामान्य वर्ग के लिए आवेदन फार्म का शुल्क 1000 रुपए और दिव्यांगजनों के लिए 500 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। हर कोर्स के प्रत्येक सेमेस्टर की फीस 42 हजार रुपए रखी गई है। बीटेक की सभी शाखाओं में दाखिले के लिए साइंस वर्ग से 12वीं पास होना जरुरी है। ------------------------------------------------------------पांच कोर्स के नाम सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर साइंस कोर्स संचालित हैं। डॉ. विनोदनी ने बताया कि प्रत्येक शाखा में 60-60 सीटें निर्धारित हैं। इसमें से आधी पर राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) से दाखिले होंगे। शेष 150 सीटों पर विवि की प्रवेश परीक्षा से दाखिले होंगे। -----------------------------------------------------------पॉलीटेक्निक डिप्लोमा धारक सीधे पाएंगे दाखिलाडॉ. विनोदनी कटियार ने बताया कि चार वर्षीय बीटेक कोर्सो में पॉलीटेक्निक डिप्लोमा धारक को सीधे दाखिला मिलेगा। ऐसे अभ्यर्थी बीटेक कोर्स के द्वितीय वर्ष में दाखिला पाएंगे। इसके लिए उन्हें सम्बन्धित शाखा में डिप्लोमा प्राप्त होना चाहिए। द्वितीय वर्ष में रिक्त सीटों पर ही दाखिला दिया जाएगा। दाखिले के लिए आवेदन करने की अन्तिम तिथि 15 मई है। ------------------------------------------------------------बुक स्टालों पर भी आवेदन उपलब्ध विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए प्रदेश के कई जिलों में आवेदन फार्म बुल स्टॉलों पर उपलब्ध कराएं हैं। इनमें लखनऊ, रायबरेली, वाराणासी, गोंडा और कानपुर शामिल हैं।
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अब की बारीश से कह दो तुम्हारी यादं साथ बहा कर ले जाये।
लिखता हूॅ जो काग़ज पे वो सारे ज़ज्बात बहा कर ले जाये।
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